NDDB, बेंगलुरु में DTC–JICA के सहयोग से आयोजित ‘व्यवसाय अभिवृद्धि कार्यक्रम’ (Business Appreciation Programme) ने डेयरी क्षेत्र के अधिकारियों के लिए ज्ञान और दक्षता का नया द्वार खोला है। इस गहन डेयरी व्यवसाय प्रशिक्षण में बिहार, पंजाब और उत्तर प्रदेश के प्रमुख दुग्ध संघों के अधिकारी शामिल हुए, जिसका उद्देश्य उनकी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाना था।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य और विषय
यह DTC-JICA कार्यक्रम प्रतिभागियों को डेयरी व्यवसाय संचालन के महत्वपूर्ण पहलुओं की गहन समझ प्रदान करने पर केंद्रित था। प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु (Focus Areas) निम्नलिखित थे:
- दुग्ध संकलन (Milk Procurement): खरीद (P&I) गतिविधियों के नए सिद्धांत और व्यावहारिक कार्यप्रणाली।
- डेयरी विपणन (Dairy Marketing) एवं मूल्य निर्धारण: बाजार की रणनीतियाँ और लाभकारी मूल्य निर्धारण के तरीके।
- मार्ग अनुकूलन (Route Optimization): वितरण और लॉजिस्टिक्स की दक्षता में सुधार।
- गुणवत्ता आश्वासन (Quality Assurance): सर्वोत्तम मानकों को बनाए रखना।
- पशुपालन एवं संतुलित आहार: दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता में सुधार।
- अंतर्राष्ट्रीय दुग्ध व्यवसाय प्रवृत्तियाँ: वैश्विक बाजार की समझ और नवीनतम ट्रेंड्स।
व्यावहारिक अनुभव से बढ़ी दक्षता
प्रशिक्षण का एक मुख्य आकर्षण बेंगलुरु और मैसूर दुग्ध संघों का व्यावहारिक भ्रमण रहा, जिसने सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक परिचालन अनुभव (Practical Exposure) में बदला।
“इस कार्यक्रम ने हमें विपणन और प्रोक्योरमेंट (P&I) के कई नए सिद्धांतों की जानकारी दी। अनुभवी प्रशिक्षकों से सीखना एक ज्ञानवर्धक अनुभव रहा,” एक प्रतिभागी ने कहा।
कई अधिकारियों ने पहली बार पशुपालन, संतुलित आहार और अंतर्राष्ट्रीय डेयरी व्यवसाय जैसे अपने कार्यक्षेत्र से अलग विषयों पर भी महत्वपूर्ण व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की, जिसने उनकी समग्र समझ को व्यापक बनाया।
कार्यक्रम का प्रभाव और भविष्य की राह
सभी सत्रों को इंटरैक्टिव, रोचक और शिक्षाप्रद बताया गया। समग्र रूप से, यह व्यवसाय अभिवृद्धि कार्यक्रम दुग्ध संघ अधिकारियों के लिए डेयरी व्यवसाय की व्यापक समझ विकसित करने और उनकी पेशेवर दक्षता को बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है।

