दिल्ली के सहकारिता मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने राजधानी में सहकारी आंदोलन को नई ऊर्जा देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब मंत्री, अधिकारी और कर्मचारी अपने खाते सहकारी बैंकों में खुलवाएंगे, ताकि इन बैंकों के प्रति विश्वास और सहभागिता का सशक्त संदेश दिया जा सके।
हाल ही में दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक की वार्षिक आम सभा में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए मंत्री सिंह ने कहा कि सहकारिता केवल वित्तीय व्यवस्था नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सहभागिता का जीवन मंत्र है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में अंत्योदय के लक्ष्य को साकार करते हुए आत्मनिर्भर भारत और विकसित दिल्ली के संकल्प को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।
मंत्री ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में उन्होंने दिल्ली के 12 प्रमुख सहकारी बैंकों के अध्यक्षों और निदेशकों से बैठकें की हैं, जिनमें ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने और आवश्यक सुधारों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में सहकारी बैंकों की नई शाखाएं खोली जाएंगी, ताकि अधिक से अधिक लोग इनसे जुड़ सकें।
रविंद्र इंद्राज सिंह ने कहा, “सहकारिता आंदोलन को नई दिशा और नई ऊर्जा दी जाएगी। जब स्वयं मंत्री, अधिकारी और कर्मचारी सहकारी बैंकों के सदस्य बनेंगे, तो जनता में भी इन संस्थाओं के प्रति भरोसा और सहभागिता बढ़ेगी।”

